अद्भुत दृश्य
चन्दा जो देखे चाँद
दोनों जले रे
चन्दा जो देखे चाँद
दोनों जले रे
दो दो है चाँद .... !!!
भर्मायी सकुचाई
पिया निहारूं
भर्मायी सकुचाई
पिया निहारूं
चाँद मचला
छूने चला सरिता
चांदनी संग
भर आगोश
सरिता निहारती
प्रिय का रूप
चंदा ठहर
अंखियों में बसा लूँ
पिया की छवि
ना चाहूँ पिया
और कुछ श्रृंगार
तुम हो साथ
तुम हो साथ
लौटा दो मुझे
ओ छलिया अम्बर
ओ छलिया अम्बर
वो चाँद मेरा
तके नयन
रंगे पिया के रंग
चौथ का चाँद
रंगे पिया के रंग
चौथ का चाँद
चाँद निगोड़ा
उतरा है झील में
धोये मुखड़ा
रूठा है चाँद
मना रही है मैया
भरती अंक
कलियाँ खिली
पहनाये चाँदनी
चनिया चोली
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें