कविता के सात रंग .-- आकाशवाणी भवन में मेरा प्रस्तुतीकरण
साथ ही वह पढ़े गए कुछ नए हैकुज़ ..हार्दिक आभार आदरणीय +Dr.jagdish vyom सर जी का जिन्होंने मुझे आकाशवाणी में हाइकू पाठ का मौका दिया | आपसदा ही मेरे लिए प्रेरणा श्रोत रहें है आपके आशीर्वाद और मार्गदर्शन की सदा आकांक्षी रहती हूँ |
फूलों से लूट कर
विद्रोही हवा
विद्रोही हवा
धीर पर्वत
कभी चंचल नदी
नारी का चित्त
पर्वत गोदी
बाबुल का आँगन
खेलती नदी
चीर के बढ़ी
रूढ़ियों का पर्वत
घायल नदी
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