BLOG DESIGNED BYअरुन शर्मा 'अनन्त'

मंगलवार, 21 सितंबर 2021

पितर पक्ष


दादू का श्राद्ध
दादीजी की यादों का
खुला पिटारा

पहला श्राद्ध
याद करे बहुएँ
सास के ताने

सास  का श्राद्ध
खट्टी मीठी यादों की
खुली पोटली
सुनीता अग्रवाल नेह

8 टिप्‍पणियां:

  1. पितृ पक्ष पर सारगर्भित हाइकु ।
    दूसरे को पढ़ कर हँसी आ गयी ।

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  2. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (22-09-2021) को चर्चा मंच       ‘तुम पै कौन दुहाबै गैया’  (चर्चा अंक-4195)  पर भी होगी!--सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।--हिन्दी दिवस की
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

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  3. सच अपनों भली-बुरी यादों को ताजा करा देते हैं श्राद्ध

    बहुत सुन्दर

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  4. सुंदर, सार्थक रचना !........
    ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

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