किसी भी रचना को उसकी मूलभाषा से किसी अन्य भाषा मे रूपांतरण सहज कार्य नही है । क्योंकि इसमें केवल अनुवाद नही होता वरण उतने ही और उन्ही शब्दों के द्वारा उस रचना की आत्मा उसके भाव को भी वैसे का वैसे ही रखने की कोशिश भी की जाती है । यह मेरा परम सौभाग्य है कि मेरे कुछ हिंदी हाइकु रचनाओं का मराठी रूपांतरण आदरणीय तुकाराम खिल्लारे जी के द्वारा किया गया है। इसके लिए मैं तहेदिल से उनकी आभारी हूँ कि उन्होंने मेरी रचनाओं को इस योग्य समझा और उसे अपना कीमती समय दिया 😊🙏
*मराठी अनुवाद*
1
ठिठके पाँव-
मंदिर की सीढ़ी पे
पिता का नाम
थांबे पाऊल
देवळाच्या पायरी
पित्याचे नाव
2.
पिता को पत्र
उत्तर पुस्तिका पे
फैलते शब्द
पित्याला पत्र
उत्तर पत्रिकेत
फुटले शब्द
3
श्मशान भूमि
मिला बरसों बाद
मित्र का पता
स्मशानभूमि
मिळे किती वर्षांनी
पत्ता मित्राचा
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