कुंभ नहान
सोमवार, 26 जुलाई 2021
शुक्रवार, 23 जुलाई 2021
अम्मा की थाती
हदें तोड़तीं
बरसाती नदियाँ
युवा पीढ़ियाँ ।
साझा कुटुंब
घटाती बढ़ाती माँ
रिश्तों में नून ।
खाली मंडप -
पिता के नयनो में
पहला आँसू।
नया शहर
दादी और तुलसी
दोनो ही सूखे ।
शिउली फूल
भोर होते ही झड़े
नारी के स्वप्न /अम्मा के स्वप्न ।
पुत्र की पाती
पुतोह की तस्वीर
अम्मा की थाती ।
कौन पुकारे-
खींच रही आँचल
शीतल हवा ।
शिव मंदिर-
युगलों के नाम से
भरी दीवार ।
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